भारत में तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स सेक्टर में Zepto ने अपनी मजबूत पकड़ बनायी है। अमेरिकी पेंशन फंड Calpers के नेतृत्व में Zepto ने ₹39,900 करोड़ (लगभग $450 मिलियन) की फंडिंग जुटाई है। इस निवेश के बाद Zepto का वैल्यूएशन $7 बिलियन तक पहुंच गया है, जिससे ये भारत के सबसे तेजी से बढ़ते और मूल्यवान क्विक कॉमर्स स्टार्टअप्स में से एक बन गया है।
Zepto की मार्केट में स्थिति
भारत के क्विक कॉमर्स बाजार में Zepto का लगभग 21%-29% मार्केट शेयर है। यह Blinkit (लगभग 45%-50% मार्केट शेयर) और Swiggy Instamart (लगभग 25%-27%) के बाद तीसरे स्थान पर है। Zepto ने अपने टेक्नोलॉजी-आधारित लॉजिस्टिक्स और 10-20 मिनट डिलीवरी के वादे से बाज़ार में एक निर्णायक स्थान प्राप्त किया है।
FY25 में रेवेन्यू और खर्च नियंत्रण
FY25 में Zepto का रेवेन्यू 149% बढ़कर ₹11,100 करोड़ हो गया है। हालांकि अभी कंपनी प्रॉफिट कमाए बिना तेजी से विस्तार कर रही है, इसके बावजूद कैश बर्न में कटौती कर खर्च नियंत्रण किया गया है। खासतौर पर, विज्ञापन और प्राइवेट लेबल ब्रांडिंग से राजस्व में वृद्धि हुई है।
चुनौतियां और भविष्य की रणनीति
हालांकि Zepto ने हालात सुधारने के लिए कुछ आउटलेट्स बंद किए हैं, कंपनी अब अपने ऑपरेशंस पर ज्यादा फोकस कर रही है। IPO प्लान फिलहाल टली हुई है, लेकिन बड़ी फंडिंग Zepto को मार्केट में टिकाऊ ग्रोथ और प्रतिस्पर्धा में मजबूती देती है।
