भारत के फूड प्रोसेसिंग सेक्टर को ₹1.02 लाख करोड़ का बड़ा निवेश मिला
भारत के फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में एक बड़ा निवेश आया है। हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित World Food India 2025 समिट में देश-विदेश की 26 बड़ी कंपनियों ने करीब 1.02 लाख करोड़ रुपये के निवेश के समझौते किए। इस निवेश से लाखों लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे और भारत का खाद्य क्षेत्र और मजबूत होगा।
बड़ी कंपनियों ने किया निवेश का वादा
इस महत्वपूर्ण समिट में रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने पूरे देश में फूड मैन्युफैक्चरिंग के लिए 40,000 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की। इसी तरह, कोका-कोला इंडिया ने 25,760 करोड़ रुपये के विभिन्न प्रोजेक्ट्स में निवेश करने की योजना बनाई है। इसके अलावा अमूल, नेस्ले इंडिया, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, पतंजलि फ़ूड्स, डाबर इंडिया, हल्दीराम, और कई अन्य कंपनियां भी इस निवेश योजना में शामिल हैं।
निवेश किन क्षेत्रों में होगा?
इन निवेशों का विस्तार डेयरी, पोल्ट्री, रेडी-टू-ईट फूड्स, अल्कोहॉलिक एवं नॉन-अल्कोहॉलिक पेय पदार्थ, मसाले, मिठाइयाँ, फल, सब्ज़ियाँ और खाद्य तेल तक फैला हुआ है। यह निवेश भारत की खाद्य आपूर्ति श्रृंखला के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर करता है, जिससे पारंपरिक और आधुनिक दोनों तरह के खाद्य उद्योगों में विकास को बढ़ावा मिलेगा।
पूरे देश में होगा निवेश का असर
वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 समिटमध्ये भारतातील 15 से अधिक राज्यों में फैला हुआ यह निवेश कार्यक्रम शामिल था। इस विशाल निवेश पहल से देशभर के उद्योगों, किसानों और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा। सरकार ने इसे सतत विकास, नवाचार और वैश्विक साझेदारी के लिए महत्वपूर्ण कदम माना है, जो भारत को विश्व खाद्य बाजार में एक मजबूत स्थिति में लाने में सहायक होगा।"
मंत्रालय का आश्वासन
खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने बताया कि ये समझौते जल्द ही जमीन पर कार्यान्वित होंगे और ये निवेश फैक्ट्रियों, सप्लाई चैन और रोजगार के रूप में तब्दील होंगे। मंत्रालय ने यह भी कहा कि World Food India 2025 समिट भारत के खाद्य व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा और सतत विकास और नवाचार को बढ़ावा देगा।
